Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

रामाची शेजारती

Ram Navami
आरती आरती ऐक्यभावे ओवाळूं। प्रकाश स्वयंज्योती निजतेजें बंबाळूं।।ध्रू।। 
परमात्मा श्रीराम महामाया जानकी। विश्रांती पावली गजर न कीजे सेवकी ।।1।।
स्नेह ना भाजन नाही वार्ता पावक। सबाह्याभ्यंतरी अवघा निघोट दीपक।।2।।।
ऐक्याचे सुमनशेजे आत्म रघुपती। राजाराम रघुपती। वाचा परूषली शब्द न बोलावे पुढती।।3।।।
राम आणि दास चैतन्य पहुडले रामीं। हेंही बोलवया दुजा नुरे ते धामी।। आरती।।4।।।

Share this Story:

Follow Webdunia marathi

पुढील लेख

श्री सूर्यमण्डलात्मकं स्तोत्रं