पेट्रोलनंतर आता डिझेलनेही प्रतिलिटर 100 रुपये ओलांडले आहेत. श्रीगंगानगर हे राजस्थानमधील एक छोटेसे शहर आहे. हे देशातील पहिले शहर आहे, जिथे डिझेलचे दर 100 रुपयांच्या पुढे गेले आहेत. येथेही देशातील सर्वात महाग पेट्रोल 107.53 रुपये प्रतिलिटर दराने विकले जात आहे. देशात अशी 135 जिल्हे आहेत जिथे पेट्रोल 100 रुपयांच्या पुढे गेले आहे.
मोठ्या महानगरांमध्ये किंमत किती आहे ते जाणून घ्या
दिल्ली |
87.28 |
96.41 |
मुंबई |
94.70 |
102.58 |
कोलकाता |
90.12 |
96.34 |
चेन्नई |
91.92 |
97.69 |
महाराष्ट्रातील जिल्ह्यांचे पेट्रोल-डिझेलचे दर
अहमदनगर |
102.27 |
92.91 |
अकोला |
102.13 |
92.80 |
अमरावती |
102.72 |
93.37 |
औरंगाबाद |
103.54 |
95.63 |
भंडारा |
102.95 |
93.60 |
बीड |
102.73 |
93.36 |
बुलडाणा |
102.90 |
93.55 |
चंद्रपूर |
102.45 |
93.12 |
धुळे |
102.64 |
93.28 |
गडचिरोली |
103.40 |
94.03 |
गोंदिया |
103.67 |
94.28 |
मुंबई उपनगर |
102.46 |
94.54 |
हिंगोली |
103.65 |
94.27 |
जळगाव |
103.25 |
93.85 |
जालना |
103.55 |
94.15 |
कोल्हापूर |
102.52 |
93.18 |
लातूर |
103.19 |
93.81 |
मुंबई शहर |
102.30 |
94.39 |
नागपूर |
102.50 |
93.16 |
नांदेड |
104.44 |
95.02 |
नंदूरबार |
103.35 |
93.96 |
नाशिक |
102.74 |
93.37 |
उस्मानाबाद |
102.80 |
93.44 |
पालघर |
102.49 |
93.09 |
परभणी |
104.44 |
95 |
पुणे |
101.96 |
92.61 |
रायगड |
102.72 |
93.31 |
रत्नागिरी |
103.66 |
94.27 |
सांगली |
102.42 |
93.08 |
सातारा |
102.70 |
93.32 |
सिंधुदुर्ग |
103.75 |
94.36 |
सोलापूर |
102.26 |
92.92 |
ठाणे |
101.77 |
92.40 |
वर्धा |
102.26 |
92.93 |
वाशिम |
102.81 |
93.46 |
यवतमाळ |
102.51 |
93.18 |
पेट्रोल आणि डिझेलची किंमत प्रति लिटर.
पेट्रोल आणि डिझेल स्वस्त होण्याची शक्यता नाही
आगामी काळात पेट्रोल आणि डिझेल स्वस्त होण्याची शक्यता नाही. याची दोन प्रमुख कारणे आहेत. सर्वप्रथम ते केंद्र सरकार असो वा राज्य सरकार, कोणीही कर कमी करण्याच्या बाजूने नाही. यावर केवळ राजकारण केले जात आहे. विरोधी पक्ष म्हणत आहेत की सरकारने किंमती कमी कराव्यात, तर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान म्हणतात की राजस्थान आणि महाराष्ट्र सारख्या कॉंग्रेस शासित राज्यांनी सर्वप्रथम कर कमी करावा. दुसरे सर्वात मोठे कारण म्हणजे जागतिक बाजारात कच्च्या तेलाच्या किंमती सतत वाढत आहेत. कच्चे तेल आता प्रति बॅरल 73 डॉलरवर पोचले आहे. जेव्हा कच्च्या तेलाची किंमत वाढेल, तेव्हा देशातील तेल कंपन्यादेखील किंमत वाढवतील आणि ती कमी करणार नाहीत.