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केंद्र |
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1,4,7,10 भाव |
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फणपर |
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2,5,8,11 भाव |
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टाले क्लिम |
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3,6,9,12 भाव |
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त्रिकोण |
| 5,6 भाव |
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भाव |
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भावाचा स्वामी |
भावाचे नाव |
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भावाचे संक्षिप्त वर्णन |
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प्रथम |
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सूर्य |
तनू-लग्न |
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रूप, चेहरेपट्टी, जन्मखुण, आयुष्य सुख, विवेक, शील व मस्तका कृती |
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द्वितीय |
गुरु |
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धन-कुटुंब |
कुल, मित्र, डोळे, कान, आवाज, मान, सौंदर्य, प्रेम, सुख, भोग, साठा,धन, सोने,चांदी ही संपत्ती |
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तृतीय |
मंगळ |
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पराक्रम-भातृ |
पराक्रम, दागिने, दान, कर्म, आयुष्य, शौर्य, धैर्य, क्षमा, दया, गायन, योगाभ्यास |
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चतुर्थ |
चंद्र |
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सुख-गृह |
आई-वडीलांचे, सुख, घर, वाहन, शांती, घर संपत्ती, बाग-बगिचा |
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पंचम |
गुरु |
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बुद्धी-संतान |
बुद्धी, मुलेबाळे, विद्या, विनयशीलता, आईचे सुख, पैशाची प्राप्ती, प्रेयसी |
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षष्ठ |
मंगळ |
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रिपु-शंभू |
रोग, शत्रु, पिडा |
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सप्तम |
शुक्र |
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विवाह-भागीदार स्त्री |
भागीदार स्त्री, भागीदार, व्यवसाय, आरोग्य, व्यापार |
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अष्टम |
शनी |
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आयुष्य |
आयुष्य, व्याधी, मृत्यू, मानसिक चिंता |
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नवम |
गुरु |
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भाग्य-धन |
भाग्य, मंगल कार्य, धर्म, विद्या, प्रवास, यश |
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दशम |
शनी |
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व्यापार-कार्य |
कर्म, राज्य, मान, प्रतिष्ठा, नोकरी, व्यापार, ऐश्वर्य, कीर्ती, नेतृत्व |
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एकादश |
गुरु |
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लाभ-आय |
आय, धन, मंगलकार्य, संपत्ती, वाहन, ऐश्वर्य |
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द्वादश |
शनी |