श्री स्वामी समर्थ ध्यान मंत्र 1
ऊँ रक्तांगं रक्तवर्णं पद्नेत्र सुहास्यवदन। कंथा टोपी च माला दंडकमंडलुधर कट्यांकर रक्षक त्रैगुण्यरहित त्रैलोक्यपालक विश्वनायक, भक्तवत्सल कलियुगे श्री स्वामी समर्थावतारधारक पाहि माम्।।
श्री स्वामी समर्थ ध्यान मंत्र 2
ध्यायेत् स्वामीसमर्थं हरिहरवरं त्र्यंबकं दिव्यलिड़्गम्। ध्यायेत् आदित्यतेजं हिरम्णयवपुं प्रज्वलम् अग्निरुपम्।।
ध्यायेत् आजानुबाहुं परमपुरुष योगिभिर्ध्यान गम्यम् । ध्यायेत् शान्तं प्रशान्तम् अभयवरदं सद्गुरुं श्रीसमर्थ।।