Webdunia - Bharat's app for daily news and videos
Install App
✕
महाराष्ट्र माझा
धर्म संग्रह
ज्योतिष
ग्रह-नक्षत्रे
वास्तुशास्त्र
फेंगशुई
राशिभविष्य
जन्मदिवस आणि ज्योतिष
श्रीराम शलाका
टॅरो भविष्य
चौघड़िया
मासिक जुळत आहे
आजचा वाढदिवस
लाईफस्टाईल
प्रणय
सखी
योग
लव्ह स्टेशन
मराठी साहित्य
मराठी कविता
आरोग्य
व्हिडिओ
डॉ.आंबेडकर
खाद्य संस्कृती
क्रिकेट
इतर खेळ
स्कोअरकार्ड
वेळापत्रक
आयसीसी रँकिंग
क्रीडा जग
वास्तुशास्त्र
फ़ोटो गैलरी
शिवजयंती
Marathi
हिन्दी
English
தமிழ்
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
महाराष्ट्र माझा
धर्म संग्रह
ज्योतिष
लाईफस्टाईल
आरोग्य
व्हिडिओ
डॉ.आंबेडकर
खाद्य संस्कृती
क्रिकेट
वास्तुशास्त्र
फ़ोटो गैलरी
शिवजयंती
श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा
Webdunia
गुरूवार, 26 मे 2022 (14:30 IST)
नमो नमो विन्ध्येश्वरी, नमो नमो जगदम्ब ।
सन्त जनों के काज हित, करतीं नहीं विलम्ब ॥
जय जय जय विन्ध्याचल रानी ।
आदिशक्ति जग विदित भवानी ॥
सिंहवाहिनी जय जग माता ।
जय जय जय त्रिभुवन सुखदाता ॥
कष्ट निवारिनि जय जग देवी ।
जय जय जय असुरासुर सेवी ॥
महिमा अमित अपार तुम्हारी ।
शेष सहस-मुख बरनत हारी ॥
दीनन के दुःख हरत भवानी ।
नहिं देख्यो तुमसम कौउ दानी ॥
सबकर मनसा पुरवत माता ।
महिमा अमित जगत विख्याता ॥
जो जन ध्यान तुम्हारी लावै ।
सो तुरतहिं वांछित फल पावै ॥
तुम्हीं वैष्णवी औ रुद्रानी ।
तुमही शारद औ ब्रह्मानी ॥
रमा राधिका श्यामा काली ।
मातु सदा सन्तन प्रतिपाली ॥
उमा माधवी चण्डी ज्वाला ।
बेगि मोहि पर होहु दयाला ॥
तुमही हिंगलाज महरानी ।
तुम्हीं शीतला अरु बिज्ञानी ॥
तुमहीं लक्ष्मी जग सुखदाता ।
दुर्गा दुर्ग बिनाशिनि माता ॥
तुम जाह्नवी और उन्नानी ।
हेमावति अम्बे निर्बानी ॥
अष्टभुजी वाराहिनि देवी ।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव सेवी ॥
चौंसट्ठी देवी कल्यानी ।
गौरि मंगला सब गुन खानी ॥
पाटन मुम्बा दन्त कुमारी ।
भद्रकालि सुन विनय हमारी ॥
बज्रधारिणी शोक-नाशिनी ।
आयु रक्षिणी विन्ध्यवासिनी ॥
जया और विजया बैताली ।
मातु संकटी अरु बिकराली ॥
नाम अनन्त तुम्हार भवानी ।
बरनौं किमि मैं जन अज्ञानी ॥
जा पर कृपा मातु तव होई ।
तो वह करै चहै मन जोई ॥
कृपा करहु मो पर महरानी ।
सिद्ध करिअ अम्बे मम बानी ॥
जो नर धरे मातु कर ध्याना ।
ताकर सदा होय कल्याना ॥
विपति ताहि सपनेहु नहिं आवै ।
जो देवी को जाप करावै ॥
जो नर पर ऋण होय अपारा ।
सो नर पाठ करै सतबारा ॥
निश्वय ऋणमोचन होइ जाई ।
जो नर पाठ करै मन लाई ॥
अस्तुति जो नर पढ़े-पढ़ावै ।
या जग में सो बहु सुख पावै ॥
जाको व्याधि सतावै भाई ।
जाप करत सब दूरि पराई ॥
जो नर बन्दी-गृह महँ होई ।
बार हजार पाठ कर सोई ॥
निश्चय बन्धन ते छुटि जाई ।
सत्य वचन मम मानहु भाई ॥
जा पर जो कछु संकट होई ।
सादर देविहिं सुमिरै सोई ॥
पुत्र प्राप्ति इच्छा कर जोई ।
विधिवत देविहिं सुमिरै सोई ॥
पाँच वर्ष नित पाठ करावै ।
नौरातर महँ विप्र जिमावै ॥
निश्चय होंय प्रसन्न भवानी ।
पुत्र देहिं ताकहँ गुन खानी ॥
ध्वजा नारियल आनि चढ़ावै ।
विधि समेत पूजन करवावै ॥
नित प्रति पाठ करै मन लाई ।
प्रेम सहित नहिं आन उपाई ॥
यह श्री विन्ध्याचल चालीसा ।
रंक पढ़त होवे अवनीसा ॥
यह जनि अचरज मानहु भाई ।
मातु कृपा संभव होई जाई ॥
जय जय जय जगमातु भवानी ।
कृपा करहु मो पर जन जानी ॥
॥ इति श्री विन्ध्येश्वरी चालीसा समाप्त ॥
वेबदुनिया वर वाचा
मराठी ज्योतिष
लाईफस्टाईल
बॉलीवूड
मराठी बातम्या
संबंधित माहिती
श्री लक्ष्मी स्तोत्रम्
Apara ekadashi 2022 :आज अपरा एकादशीचे व्रत आहे, हे केल्याने होतो प्राप्त भगवान विष्णूचा आशीर्वाद
Somvati Amavasya 2022: सोमवती अमावस्येला या गोष्टी करणे टाळा, जाणून घ्या व्रताचे महत्त्व
Nautapa 2022 नवतपा दरम्यान पाणी पाजल्याने पुण्य लागतं, गरजूंना अन्नदान केल्याने समस्या दूर होतात
अपरा एकादशीच्या पूजेचे प्रमुख 10 नियम
सर्व पहा
नवीन
मंगलाष्टक मराठी संपूर्ण Marathi Mangalashtak
शुक्रवारी कोणत्या मंत्राचा जप करावा?
अक्षय्य तृतीयेला तयार होत आहेत सुकर्म योगासह हे 5 शुभ संयोग, या राशीचे जातक ठरतील भाग्यवान
श्री महालक्ष्मी कोल्हापूर
शुक्रवारची आरती.... जयदेव जयदेव जय विघ्नाधीशा ॥
सर्व पहा
नक्की वाचा
International Labour Day Wishes In Marathi कामगार दिनाच्या शुभेच्छा
International Labour Day 2024 भारतात कामगार दिन कधी सुरू झाला?
रांची मध्ये अपघात शाळेची बस पलटली, 15 मुलं जखमी
एक देखील मुस्लिमला दिले नाही तिकीट, नेत्याने दिला राजीनामा
महाराष्ट्र दिन कोट्स Maharashtra Day Quotes In Marathi
पुढील लेख
श्री विन्ध्येश्वरी आरती
Show comments